6 Benefits Of Using Credit Cards—क्रेडिट कार्ड यूज करने के 6 फ़ायदे? 💳🤔🏦

दोस्तों, क्या आपको पता है कि जब आप क्रेडिट कार्ड स्वाइप (इस्तेमाल) करते हो तो आपको 6 या 7 जगह फायदे देखने को मिलते हैं। अब जो पूरा इंटरनेट है वो काफ़ी हद तक डिवाइडेड रहता है। आधे लोग बोलते हैं की क्रेडिट कार्ड के बहुत से फ़ायदे हैं और हम तो क्रेडिट ही यूज करेंगे लेकिन वहीं दूसरी तरफ आधे लोग यह बोलते हैं की क्रेडिट कार्ड को बिलकुल भी यूज नहीं करना चाहिए उसके अलग कारण होते हैं। 
आज इस ब्लॉग में हम क्रेडिट कार्ड के फायदों के बारे में बात करने वाले हैं जिसमे मैं आपको 6 ऐसे कारण बताऊंगा जो हमे फायदों की तरह दिखते हैं जब भी हम क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं बिना किसी देरी के। 

Debit Card v/s Credit Card 

दोस्तों, सबसे पहले बेसिक के बारे में बात कर लेते हैं। अगर सरल भाषा में समझे तो डेबिट कार्ड हो गया प्रीपेड और क्रेडिट कार्ड हो गया पोस्टपेड। डेबिट कार्ड जब आप स्वाइप करते हो तो आपके बैंक अकाउंट में पैसे होने चाहिए और आपके पैसे तुरंत आपके अकाउंट से काट लिए जाते हैं और वहीं दूसरी तरफ जब आप क्रेडिट कार्ड से स्वाइप करते हो तो पैसे तो कटते हैं आपके नही आपके बैंक के। और उसके बाद बैंक आपको उस ट्रांजेक्शन की बिल भेजती है जिसे आपको अपने बैंक के टर्म्स के अनुसार भुगतान करना परता है। अब बात करते हैं क्रेडिट कार्ड को यूज करने के फायदों के बारे में।

6 Benefits of Using Credit Card 

#1. Interest Free Loan (upto 50 days) :- 

जब भी हम क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करते हैं तो बैंक हमे 50 दिनो का मैक्सिमम लिमिट एलाऊ करते हैं। मान लीजिए कि मैंने अपने क्रेडिट कार्ड को 1/6/21 को स्वाइप किया तो बैंक मुझे अगले महीने के 1/7/21 को बिल भेजेगा और वो मुझे भुगतान करने के लिए 20/7/21 का समय देगा और अगर हम टोटल जोड़े तो बैंक हमे लगभग 45–50 दिनों का समय देता है। 
"अगर आपको इस ब्लॉग से कोई भी जानकारी मिल सके या आपको यह अच्छा लगे तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर कीजिएगा।"
मैंने इसे "इंटरेस्ट फ्री लोन" इसलिए कहा क्योंकि 50दिनों तक आप इन पैसों को कहीं भी खर्च कर सकते हैं फिर चाहे वो स्टॉक मार्केट में, बिटकॉइन में या फिर कहीं और वो भी बिना किसी इंटरेस्ट के। 

#2. Cibil Score :-

दोस्तों, सिबिल स्कोर के बारे में अभी भी काफी लोगों को नही पता है। यह एक इंडिपेंडेंट ऑर्गेनाइजेशन होती है जो आपका एक रिकॉर्ड रखती है कि आपका लेन–देन कैसा है मार्केट के अंदर। इसका मतलब जब आप क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हो तो आप एक लोन ले रहे हो बैंक से और आप उस लोन का भुगतान करते हो बिना किसी इंटरेस्ट के और बिना किसी चार्ज के। 
तो क्या होता है कि जब भी आप कोई क्रेडिट कार्ड लेते हो तो वहां बैंक आपके पैन कार्ड को लिंक करता है और ये सभी सिबिल स्कोर की अथॉरिटी को रिपोर्ट करते हैं जिससे की यह पता चल सके कि आपने समय पर दिए गए लोन के भुगतान किया है या नहीं। इसी आधार पर आपको अपना सिबिल स्कोर मिलता है। जितना अच्छा आपका रिकॉर्ड होगा उतनी ही अच्छी आपकी सिबिल स्कोर भी होगी जिससे आपको फ्यूचर में ज्यादा लोन लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी। 

#3. No Cost EMI :-

इसके बारे में तो अब सब जानते ही होंगे। यह अब सभी ऑनलाइन स्टोर्स और ऑफलाइन स्टोर्स में लगभग सभी कंपनीज़ द्वारा शुरू कर दिया गया है। इसमें होता यह है की जब भी आप कोई समान लेते हैं तो आप उस पैसे को इंस्टॉलमेंट्स में बांट सकते हो जिससे आपको उसे खरीदने में भी आसानी होगी और आपको एक बार में पूरे पैसे देने की भी जरूरत नहीं है। इसमें आपको कोई भी अतिरिक्त इंटरेस्ट देने की जरूरत नहीं होती है। 

#4. CashBacks & Discounts :-

दोस्तों, आपने काफ़ी सारे स्टोर्स पर नोटिस किया होगा की अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो आपको कैशबैक मिलेगा भले ही दो हज़ार का, तीन हज़ार का, पांच हज़ार का। यह केवल क्रेडिट कार्ड को प्रमोट करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। आपने ऑनलाइन स्टोर्स पर नोटिस किया होगा की अगर क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड पर डिस्काउंट मिलती है फिर चाहे वह 10% का ही हो तो वो क्रेडिट कार्ड पर ज्यादा देखने को मिलती है। जैसे कि मान लीजिए की आपको डेबिट पर 10% मतलब की 1,000 का डिस्काउंट मिलता है तो वहीं आपको क्रेडिट कार्ड पर भी आपको 10% का ही डिस्काउंट मिलेगा लेकिन उसकी वैल्यू ज्यादा होगी मतलब की आपको 1,500/2,000 तक के डिस्काउंट मिलेंगे। 

#5. Expense Manager :-

दोस्तों, कई लोग ऐसे होते हैं की वो भूल जाते हैं उन्होंने कहां कहां अपने पैसे खर्च किए हैं तो यहां क्रेडिट कार्ड्स का जो स्पेंड होता है वो आपको अपने खर्च के ट्रैक रखने में मदद कर सकता है। मतलब की अगर मैं अपने क्रेडिट कार्ड की मदद से जब भी किसी चीज पर खर्च करूंगा तो महीने के अंतिम तारीख़ को जो बिल आएगा उससे मुझे पता चल जाएगा की मैंने अपने पैसे कहां खर्च किए हैं और मैं बैंक को एक बार पैसे दे सकता हूं। 

#6. Rewards :-

अब बात करें रिवार्ड्स की तो यह तो आप जानते होंगे की जब भी आप कोई क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं या फिर अगर बैंक की तरफ से आपको क्रेडिट कार्ड के लिए कॉल आते हैं तो वहां आपको कुछ पॉइंट्स मिलते हैं। ये रिवार्ड पॉइंट्स इस अर्थ से डिजाइन किए जाते हैं की जब भी कुछ खर्च करते हैं अपने क्रेडिट कार्ड से तो वहां आपको पॉइंट्स मिलते हैं जिन्हें आप साल भर जमा कर सकते हैं और उसे या तो आप अपने अगले साल के क्रेडिट कार्ड की फीस भर सकते हैं या फिर आप उनके स्टोर्स पर जाकर कोई इलेक्ट्रॉनिक समान, मोबाइल फोन्स या फिर कुछ और खरीद सकते हैं। 
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